आज उसकी आँखों में ह्या का जनाजा देखा .
कुछ रोई आँखे मेरी और तमाशा सबने देखा .
बोले सब जब खो दिया तो दर्द फिर कैसा .
मैंने कहा खोयी है वो मैंने तो जीकर देखा .
आलोक चांटिया
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