मैं लाया हूँ अपना जीवन ,
तुम भी हिस्सा अपना ले लो ,
मुझको जीना है अपने खातिर ,
तुम भी अपने सपने बुन लो ,---------१
उबड़ खाबड़ सांसो के पथ है ,
तुम भी अपना गाना गुन लो ,
पीर बहुत है अंतस में मेरे ,
प्रेम के गीत तुम अपने सुन लो ------२
आज मेरे बेटे रणविजय का जन्मदिन है उन्होंने आकर पौधा लगा कर अपना जन्मदिन मनाया .....ये पंक्तियाँ उन्ही को समर्पित .......जन्मदिन मुबारक हो बेटा
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