अभी अभी सुबह ने दस्तक दी है ...............मेरी खोज खबर नींद से ली है ...............रौशनी भी लिपट गयी मेरी आहट सुन ....................साँसों ने लक्ष्य की उडान फिर की है ..................... आइये हम सब आज के सूरज के साथ साँसों को मिले इस अवसर को बिना गवांये एक नए कल का सूत्र पात करें ..
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