पतन मेरा नहीं ,
वतन का होता है ,
कोई भी काम जब
बिना जतन के होता है |
यूँ तो जी लेता है ,
हर एक कीड़ा मकोड़ा भी ,
मनुष्य कहने वालों ,
तेरा काम चमन का होता है|
क्यों इतरा गए तुम ,
शक्ति पाकर इतनी ,
मनुष्यता का सार बस ,
नमन का होता है |
अगर हम आप एक उद्देश्य के बिना काम करेंगे तो खुद तो अवनति की और जायेंगे ही और हमारा देश खुद उन्नति नहीं कर पायेगा | अखिल भारतीय अधिकार संगठन
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