आप जाने किस मौत की तलाश में है ....
देखिये यहाँ हर एक लाश लिबास में है...
इन्ही में किसी को जिन्दा समझ लीजिये ...
मुर्दों की महफ़िल आज फिर एहसास में है .....
डॉ आलोक चन्टिया ,
अखिल भारतीय अधिकार संगठन
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