Friday, June 18, 2021

जिन्दगी सभी को मिलती है नुक्कड़ पर

 जिन्दगी सभी को मिलती है नुक्कड़ पर 

जिन्दगी पहुच जाती है खुद नुक्कड़ पर ,

कितना भी जतन कर लो नसमझपाओगे

मौत भी खड़ी मिलती है हर नुक्कड़ पर ,

जीवन में दिल की आहट आतीनुक्कड़पर

जब वो सामने से गुजर जाती नुक्कड़पर 

कितना ही वक्त गुजर जाता नुक्कड़ पर 

शायद वो मुड़ कर देख ले नुक्कड़ पर ,

पता नही क्यों सन्नाटा सा है नुक्कड़पर 

कुछ गम सुम सा लगता है अब नुक्कड़पर ,

लोगो ने बताया वो मासूम अब न आयगी ,

कल कोई उठा ले गया उसे नुक्कड़ पर ,

रोज ढूंढ़ता उसके निशान नुक्कड़ पर ,

उसकी हसी दौड़ती मिली नुक्कड़ पर ,

एक प्रश्न सा तैरता हवाओ में आज भी ,

क्यों लड़की मौत ही जीती है नुक्कड़ पर 

मैं क्या बताऊ उलझन इस नुक्कड़ पर ,

बस एक अक्स रह गया इस नुक्कड़ पर 

वो भी थी रोई बहुत इसी नुक्कड़ पर ,

परायी हुई थी मुझसे इसी नुक्कड़ पर ,

कहा छोड़ पाया था उसे नुक्कड़ पर ,

मौत के संग हो लिया था नुक्कड़ पर ,

प्रेम तो दिखाया जिन्दगी से नुक्कड़ पर 

फिर दुनिया से मुंह मोड़ लियानुक्कड़पर

क्या तुम जानते हो उस पार नुक्कड़ के ,

क्यों एक शून्य सा रह जाता नुक्कड़ पर

लोग कहते  है भगवान वहा नुक्कड़ पर,

फिर रोने की आवाज क्यों नुक्कड़ पर ............................जिन्दगी में हम सब नुक्कड़ के पर न देख पाए है और न देख पाएंगे ........इसी लिए नुक्कड़ पर मौत , लड़की से छेड़ छाड़ , बलात्कार , अपहरण और फिर एक सन्नाटा नुक्कड़ पर मिलता है .........क्या आप ने नुक्कड़ को ध्यान से देखा है

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