Saturday, June 19, 2021

आज लोग यह कहते मिल गए

 आज लोग यह कहते मिल गए ,

क्यों मेरे जीवन के तार हिल गए ,

कल तक हमको एहसास था अपना ,

आज क्यों अंतस से विकल गए ,

आप अपने तो कब दिखयेंगे यूँ ही ,

हम तो पानी थे बस मचल गए ,

आपकी जिन्दगी खाक हो रही तो ,

हम मजा लेकर फिर सम्भल गए ...................................आज लगा सब झूठ है ....खास तौर पर रिश्ता सिर्फ रिस रहा है चारो तरफ ...

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