Friday, June 18, 2021

जब से एहसास में कमी हुई है ,

 जब से एहसास में कमी हुई है ,

माँ जमी का एक टुकड़ा हुई है ,

ना जाने किसको  भारत कहा,

बिना आंचल के माँ ही हुई है,

संभल जाये आओं हम सब ,

मत की फिर तारीख हुई है  ,

अखिल भारतीय अधिकार संगठन आपसे सुप्रभात करता है इस उम्मीद के साथ कि जिस माँ के आंचल को हमने ही अपनी शांति लिए बेच(पाक ) डाला उसका कर्ज चुकाने का वक्त है .....अपने मत का प्रयोग करे और उस को जीतिए जो भारत को समझता है ................मतदान करे देश का अभिमान करे .....डॉ आलोक चान्टिया

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