अंधेरे को अपने में घोलकर
पूरब से निकलता सूरज हो
या फिर अंधेरे में खुद घुलकर
पश्चिम की तरफ डूबता हुआ सूरज हो
अंधेरे और रोशनी के
इसी संयोजन के समय ही तो
दुनिया को सब कुछ
लुभावना सा लगता है
विज्ञान भी कहता है
विटामिन डी तभी
सबसे सुंदर बनता है
मजबूत होती है धरा
मजबूत होता है शरीर
जब अंधेरे और रोशनी का
ऐसा मिलन होता है
क्या अंधेरे और रोशनी के
इस मिलन को तुम कभी
इस धरा पर महसूस कर पाए हो
सोच कर देखो क्या तुम
अंधेरे से दूर और सिर्फ
रोशनी में रहने के लिए आए हो
आलोक चांटिया
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