Monday, January 16, 2023

भारत मां चिथड़ों में लिपटी

 विकास का भारत .......राजनीति के आईने में 


सड़क के किनारे ,

भारत माँ चिथड़ो में लिपटी ,

इक्कीसवी सदी में जा रहे देश को दे रही चुनौती ,

खाने को न रोटी ,

पहनने को न धोती ,

है तो उसके हाथ में कटोरा वही ,

जिससे झलकती है प्रगति की पोथी सभी ,

किन्तु 

हर वर्ष होता है ब्योरो का विकास ,

हमने इतनो को बांटी रोटी ,

और कितनो को आवास ,

लेकिन 

आज भी है उसे अपने कटोरे से आस ,

जो शाम को जुटाएगा ,

एक रोटी ,

और तन को चिथड़ी धोती ,

पर ,

लाल किले से आयगी यही एक आवाज़ ,

हमने इस वर्ष किया चहुमुखी विकास 

हमने इस वर्ष किया चहुमुखी विकास

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