किस को सुनाऊ दर्द ,
सर्द है चेहरा मेरा ,
किसको कहूँ खुदगर्ज,
गर्ज पर नही सवेरा ,
मिलता नही जो चाहो ,
न चाहा साथ हो तेरा ,
मगर रास्ते कटते नही ,
नही शमशान में डेरा ,
आलोक न हो जहाँ ,
क्यों न हो वहां अँधेरा ,
जिन्दगी जब तुझको चाहा ,
मौत का पसरा बसेरा................................
सर्द है चेहरा मेरा ,
किसको कहूँ खुदगर्ज,
गर्ज पर नही सवेरा ,
मिलता नही जो चाहो ,
न चाहा साथ हो तेरा ,
मगर रास्ते कटते नही ,
नही शमशान में डेरा ,
आलोक न हो जहाँ ,
क्यों न हो वहां अँधेरा ,
जिन्दगी जब तुझको चाहा ,
मौत का पसरा बसेरा................................
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