रौशनी का जरा सा साथ ..............पाकर कली खिल तो गयी ..............पर पश्चिम का हुआ नही सूरज ...............कि देखो मिटटी में मिल गयी ................रात को कहा तरस आता है ................. उसे बंद आंख में मजा आता है .....................तुम सपने की आदत डाल लो ...............वरना सच में कोई सो जाता है .................... अगर आप ने बुरे के साथ जीना नही सिखा तो वह आपको ख़त्म कर देगा ..............इसी लिए रात में सोने का अपना मजा है ....तो चलिए कहिये शुभ रात्रि
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