Sunday, November 17, 2019

मैं आलोक हूँ क्योकि मुझे

मैं आलोक हूँ क्योकि मुझे,
अँधेरे को समेटने का हुनर है,
तुम भी अपने हिस्से का दे दो
मुझे उसे अपनाने का जिगर है

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