आलोक चान्टिया कीकविता और शायरी - ALOK CHANTIA
Friday, November 22, 2019
कितनी दफ़ा दफ़ा हो जाऊं आलोक
कितनी दफ़ा दफ़ा हो जाऊं आलोक
मोहब्बत है हुजूर कैसे फना हो जाऊं
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