Saturday, November 2, 2019

रावण की लंका में

रावण की लंका में ,
रहकर क्या सपने ,
मैंने गलत चुने ,
राम राज्य की ,
कर कल्पना पथ ,
क्या सही नहीं बुने,
कब तक चलेगा दमन ,
अशोक वाटिका में ,
सीता घुट घुट कर जियेगी ,
जगह मिलेगी धरा में ,
उठाया है तो धनुष ,
अंत रावण का करना है ,
गरिमा से जीना है मुझको,
अब उसको ही मरना है ,...................
महिला में तो इतना दम नहीं है की वो अपने विरुद्ध होने वाले शोषण के खिलाफ बोल पाये

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