Friday, January 31, 2020

मै रोया बहुत अपनी जिन्दगी के लिए

मै रोया बहुत अपनी
जिन्दगी के लिए ,
मेरी आंखे भी रोई ,
उसकी बंदगी के लिए ,
जिनको देखा उन्हें ,
पसंद न मुझे देखना ,
जो आये न पसंद कभी ,
वही खड़े पनाह के लिए

2 comments:


  1. जय मां हाटेशवरी.......

    आप को बताते हुए हर्ष हो रहा है......
    आप की इस रचना का लिंक भी......
    02/02/2020 रविवार को......
    पांच लिंकों का आनंद ब्लौग पर.....
    शामिल किया गया है.....
    आप भी इस हलचल में. .....
    सादर आमंत्रित है......

    अधिक जानकारी के लिये ब्लौग का लिंक:
    http s://www.halchalwith5links.blogspot.com
    धन्यवाद

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  2. वाह
    क्या बात है।

    नई पोस्ट पर आपका स्वागत है- लोकतंत्र 

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