Monday, December 9, 2019

मानव ..........

अखिल भारतीय अधिकार संगठन विश्व मानवाधिकार दिवस की पूर्व संध्या पर ये विचार करना जरुरी है कि क्यों मानव को अधिकारों की जरूरत पड़ी क्या वो भटक गया है .हम किस मानव के अधिकारों के लिए चिंतित है.............
मानव ..........
कही कुछ आदमी ,
मिल जाये तो ,
मिला देना मुझ से l
दो पैरों पर ,
चलने वाले क्या ,
मिट गए जमी से l
जीते रहते ,
खुद की खातिर ,
जैसे गाय और भालू l
रात और दिन ,
बस खटते रहते,
भूख कहाँ मिटा लूँ ?
कभी तो निकलो ,
अपने घर से ,
चीख किसी की सुनकर l
कुचल जाएगी पर ,
निकलती चीटीं ,
हौसला मौत का चुनकर l
राम कृष्णा ,
ईसा, मूसा की बातें ,
क्या कहूँ किसी से ?
चल पड़े जो ,
इनके रास्तों पर ,
ढूंढो उसे कही से ?
मिल जाये कही ,
जो कुछ आदमी ,
जरा मिला दो मुझ से l
जो फैलाये आलोक ,
अँधेरा करें दूर ,
मानव अधिकार उन्ही से l

.......................क्या आप ऐसे आदमी बनने की कोशिश करेंगे ???????????????///////, आलोक चांटिया

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