ये देश अब मरा मरा रटने लगा है ,
राम का शहर कैसा लगने लगा है ,
क्यों रत्नाकर पैदा हो रहे हर तरफ?
बाल्मीकि बनने से मन हटने लगा है l
आलोक चान्टिया
राम का शहर कैसा लगने लगा है ,
क्यों रत्नाकर पैदा हो रहे हर तरफ?
बाल्मीकि बनने से मन हटने लगा है l
आलोक चान्टिया
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