Wednesday, February 8, 2023

तरुणाई आ गई

 मेरे हिस्से की पूरब में

 लाली आ गई ,

देखो कैसे चेहेरे पर 

खुशहाली आ गई,

चलो सभी कुछ कदम

 फिर साथ चले ,

सुबह की बयार और 

हरियाली आ गई ,

अंधेरो से निजात 

बंद आँखों ने दिया ,

आलोक की सौगात 

उसको भी आ  गई ,

चलो कुछ देर गा ले 

अब  सांसो के गीत ,

उम्र से हार करहर कही 

तरुणाई आ गई  ।

.



आलोक चांटिया

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