Saturday, August 26, 2023

बेमेल विवाह

 बेमेल विवाह .........

अक्सर कोमल सी ,

लताये ही ,

उम्र दराज़ पेड़ों ,

से लिपट जाती है ,

न जाने क्यों उनमे ,

उचाई छूने की ,

ललक जग जाती है ,

पर उम्र की मार से ,

बूढ़ा पेड़ क्या गिरा ,

कोई नन्ही सी कोपल ,

नाजुक सी लता भी ,

 खाक में मिल जाती है ............, आलोक चांटिया

बेमेल विवाह रोकिये .लड़की सिर्फ दूसरो के सुख के लिए अपने को महसूस करके के लिए भी पैदा हुई है

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