Friday, August 25, 2023

विश्व महिला समानता दिवस

 औरत कैसी भी ........




मैं मानता हूँ ,

और जानता भी हूँ ,

कि सारी औरतें ,

एक जैसी नहीं होती ,

पर रेगिस्तान में ,

कैक्टस भी लोगो ,

के काम आते है ,

जब हम तिल तिल ,

करके मरते है ,

पानी की बून्द को ,

तरसते है तब ,

इन्ही को हम अपने ,

सबसे करीब पाते है ,

उन्ही कांटो में सरसता ,

और जिंदगी के लिए ,

पानी पाते है |

औरत ने ही सब कुछ दिया

भला कहां कह पाते हैं?


औरत कैसी भी हो पर उसका सार निर्माण ही है ............. आलोक चांटिया

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