Monday, May 28, 2012

garmi ka prem

गरम हवाओ ने रात को जगा दिया ,
पता नही कहा नींद को भगा दिया ,
सभी झाकते रहे सुबह की तलाश में ,
ना जाने जेठ ने ये कैसा जादू किया .....................गर्मी से हम सब ऊबे है और थोड़ी ठंडक की तलाश है पर गर्म हवाओ ने कुछ ऐसा किया किया की सुबह की तपिश ही अच्छी लगती है रात से |  अखिल भारतीय अधिकार संगठन आपके अच्छे स्वस्थ्य की कामना करता है } शुभ रात्रि

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