Sunday, December 25, 2011

kya hai maa ka matlab

ये किसका दर्द मुझमे जब्ज हो रहा है ,
आज मेरी आखो से ये कौन रो रहा है ,
कल तक था हसना ही जिसकी फितरत ,
मुझे भारत को देख ये क्या हो रहा है ..............
माँ कह कर बाट देना बेटा होने का सच ,
ये कौन का अँधेरा रोशन हो रहा है ....
घरो में माँ की दुर्दशा आलोक किस से कहे,
जब माँ भारती का ही  आंचल रो रहा है

1 comment:

  1. मै में रहते ,
    लोग जहा पर,
    भारत उस को ,
    ही कहते है ,
    मै-मै सब ही .
    जपते रहते ,
    हर दर्द वही ,
    अब सहते है ,
    देश बाँट कर ,
    प्रदेश काट कर ,
    सुख की तलाश में ,
    रोज भटकते रहते है ,
    भाई भतीजा वाद में ,
    ढूंढे विकास देश का ,
    माँ फिर भी इसको ,
    कहते रहते है ,
    क्या नही जागोगे ,
    अब भी सोने से ,
    दूसरो की बुराई,
    और रोने से ,
    क्या पाओगे ,
    इस तरह जीने से ,
    क्या मिलेगा तुमको,
    ऐसे जीवन खोने से ,
    आओ मिल कर रहते है ,
    संघे शक्ति सब कहते है ,
    कदम दूर नव वर्ष हमारा ,
    मै का दंश न अब सहते है ..................
    मै में रहते ,
    लोग जहा पर ,
    भारत उस को ,
    ही कहते है ..............नव वर्ष की पूर्व संध्या पर चिंतन ...........अखिल भारतीय अधिकार संगठन

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